आज का हिंदू धर्म — भावना नहीं, ज्ञान की आवश्यकता
आज का हिंदू धर्म को ज्ञान नहीं, सिर्फ़ भावना बना रहा है।
भावना उफनती है तो नारे लगते हैं, आँखें भर आती हैं, क्रोध भी भड़क जाता है। लेकिन जैसे ही शांत होना पड़ता है, धर्म पीछे छूट जाता है।
हम पूछते हैं — “सनातन पर सवाल क्यों उठते हैं?” क्योंकि हमने उत्तर देना बंद कर दिया है। क्योंकि हमने पढ़ना छोड़ दिया है। क्योंकि हमने समझना छोड़ दिया है।
कड़वी सच्चाई यह है — जिस धर्म को उसके अनुयायी नहीं जानते, उसे कोई भी परिभाषित कर देता है।
वेद, उपनिषद, गीता शेल्फ़ की शोभा बन गए, और व्हाट्सएप संदेश ज्ञान का स्रोत बन गए।
धर्म अंधभक्ति से नहीं बचेगा, धर्म बोध, विवेक और अध्ययन से बचेगा।
जय सनातन 🔱
पढ़ो, समझो, जियो — यही सनातनी का धर्म है।
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