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आज का पंचांग 30 दिसंबर 2025: मंगलवार, पौष शुक्ल दशमी–एकादशी | भरणी नक्षत्र, सिद्ध योग और वैकुंठ एकादशी

आज का पंचांग 30 दिसंबर 2025: मंगलवार, पौष शुक्ल दशमी–एकादशी | भरणी नक्षत्र, सिद्ध योग और वैकुंठ एकादशी

आज का पंचांग 30 दिसंबर 2025: मंगलवार

panchang

🙏 श्री सनातन संवाद – पंचांग 🙏

(30 दिसम्बर 2025 | मंगलवार | उज्जैन)

नमस्कार, मैं तु ना रिं, एक सनातनी।
आज मैं तुम्हें पौष मास के इस विशेष दिवस का भाव, समय और संकेत सरल शब्दों में समझाने आया हूँ।

आज पौष मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि प्रातः 7:51 बजे तक रहती है, इसके पश्चात एकादशी तिथि का आरंभ होता है। दशमी धर्म, अनुशासन और मर्यादा की प्रतीक मानी जाती है, वहीं एकादशी तिथि इंद्रिय-निग्रह, वैराग्य और विष्णु भक्ति का द्वार खोलती है। आज का दिन भीतर से शुद्ध होने और जीवन की दिशा को संयम की ओर मोड़ने का संकेत देता है।

मंगलवार का यह दिन ऊर्जा, साहस और कर्मप्रधानता का होता है। यह दिन हमें सिखाता है कि सही दिशा में किया गया परिश्रम ही सच्ची पूजा है।

आज चंद्रमा पूरे दिन-रात मेष राशि में स्थित है। मेष राशि साहस, त्वरित निर्णय और आत्मविश्वास का प्रतीक है। इसलिए आज मन में उत्साह रहेगा, परंतु उतावलापन हावी न होने दें। शक्ति को धैर्य से जोड़ना ही आज की साधना है।

नक्षत्र की बात करें तो आज भरणी नक्षत्र प्रातः से लेकर अगले दिन तड़के 3:58 बजे तक रहेगा। भरणी नक्षत्र जीवन की जिम्मेदारियों, धारण शक्ति और कर्मफल से जुड़ा होता है। यह नक्षत्र बताता है कि जो बोया जाता है, वही लौटकर आता है। अतः आज किया गया कर्म विशेष प्रभाव डालेगा।

योग में आज प्रातः सिद्ध योग है, जो रात्रि 1:01 बजे तक रहता है। सिद्ध योग नाम के अनुरूप कार्यों को सिद्धि देने वाला माना जाता है। इसके बाद साध्य योग आरंभ होता है, जो निरंतर प्रयास से सफलता का संकेत देता है। यह योग साधना, जप, व्रत और आत्मसंयम के लिए अनुकूल है।

आज का दिन वैकुंठ एकादशी / पौष पुत्रदा एकादशी के पावन भाव से भी जुड़ा है। यह तिथि भगवान विष्णु की कृपा और संतान-सुख तथा आध्यात्मिक उन्नति से संबंधित मानी जाती है।

🌞 सूर्य–चंद्र समय (उज्जैन)

सूर्योदय – 7:11 AM
सूर्यास्त – 5:47 PM
चंद्रोदय – 1:49 PM
चंद्रास्त – 3:36 AM (अगले दिन)

⛔ अशुभ काल

राहुकाल – 3:08 PM से 4:27 PM
यमगण्ड – 9:50 AM से 11:09 AM
गुलिक काल – 12:29 PM से 1:48 PM
इन समयों में नए और महत्वपूर्ण कार्यों से बचना श्रेयस्कर है।

✨ शुभ समय

ब्रह्म मुहूर्त – 5:35 AM से 6:23 AM
अभिजीत मुहूर्त – 12:08 PM से 12:50 PM
अमृत काल – 11:34 PM से 1:02 AM
ये समय जप, ध्यान, व्रत-संकल्प, अध्ययन और शुभ विचारों के लिए अत्यंत श्रेष्ठ हैं।

🌙 चंद्र बल

आज मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए चंद्र बल अनुकूल है।

🕉️ आज का सनातन भाव

मंगलवार हमें सिखाता है कि शक्ति का सही उपयोग ही धर्म है। भरणी नक्षत्र और एकादशी का संगम यह स्मरण कराता है कि इच्छाओं पर संयम और कर्म में शुद्धता ही जीवन को दिव्य बनाती है।

“संयम ही शक्ति का आभूषण है, और धर्म ही कर्म की दिशा।”

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