कल्कि अवतार का रहस्य — क्या भगवान सच में आएंगे?
सनातन धर्म केवल बीते हुए अवतारों की बात नहीं करता,
यह आने वाले अवतार की भी घोषणा करता है।
उस अवतार का नाम है —
कल्कि
जहाँ राम बीते का आदर्श थे
और कृष्ण जीवन का ज्ञान,
वहीं कल्कि होंगे —
न्याय का प्रचंड रूप।
कल्कि अवतार इसलिए नहीं आएंगे कि लोग भजन न करते हों,
वे इसलिए आएंगे क्योंकि —
अधर्म अपनी चरम सीमा पर होगा।
जब —
न्याय बिकने लगेगा,
धर्म मज़ाक बन जाएगा,
गुरु व्यापार करने लगेंगे,
राजा लुटेरे बन जाएंगे,
और स्त्री केवल भोग का साधन रह जाएगी —
तब कल्कि का आगमन होगा।
भागवत पुराण के अनुसार —
कल्कि का जन्म होगा
शंभल ग्राम में
और पिता का नाम होगा —
विष्णुयशा
वे घोड़े पर सवार होंगे,
हाथ में तलवार होगी।
पर इस रहस्य को समझिए —
वह घोड़ा असल में —
गति का प्रतीक है।
वह तलवार —
सत्य का प्रकाश है।
कल्कि केवल शरीर नहीं होंगे,
वे एक चेतना होंगे।
जो धरती पर फैल चुके अंधकार को जला देगा।
कल्कि अवतार —
धार्मिक सुधार नहीं करेगा,
वह शुद्धिकरण करेगा।
कलियुग का अंत मंदिरों से नहीं होगा,
वह मन की गंदगी के अंत से होगा।
और यही सबसे बड़ा रहस्य है —
कल्कि बाहर उतरे या न उतरे,
अगर हर इंसान अपने भीतर कल्कि को जगा ले —
तो युग बदल जाएगा।
लेखक / Writer
तु ना रिं 🔱
प्रकाशन / Publish By
सनातन संवाद
Copyright Disclaimer
इस लेख का सम्पूर्ण कंटेंट लेखक तु ना रिं और सनातन संवाद के कॉपीराइट के अंतर्गत सुरक्षित है। बिना अनुमति इस लेख की नकल, पुनःप्रकाशन या डिजिटल/प्रिंट रूप में उपयोग निषिद्ध है। शैक्षिक और ज्ञानवर्धन हेतु साझा किया जा सकता है, पर स्रोत का उल्लेख आवश्यक है।
UPI ID: ssdd@kotak
(कृपया इस UPI ID को अपने UPI ऐप में स्वयं टाइप करके पेमेंट करें।)
Labels: कल्कि अवतार, Kalki Avatar, कलियुग, Kaliyuga, विष्णु अवतार, शंभल ग्राम, सनातन धर्म, आध्यात्मिक जागरण, तु ना रिं, सनातन संवाद
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें